दिमाग तेज़ करने के लिए फायदेमंद तीन बेहतरीन खाद्य पदार्थ Three Super Foods to Boost your Brain

क्या आप अपने दिमाग की ताकत को बढ़ाना चाहते हैं? क्या आप अपने दिमाग और यादास्त को तेज़ करने के तरीके के बारे में जानना चाहते हैं? यदि हाँ तो आज की यह पोस्ट आपके लिए ही है, आज मैं बताने वाली हूँ दिमाग तेज़ करने के लिए फायदेमंद तीन बेहतरीन खाद्य पदार्थ Three Super Foods to Boost your Brain के बारे में। 

आज का विषय दिमाग के लिए फायदेमंद तीन बेहतरीन खाद्य पदार्थों के बारे में हैं – Super Foods to Boost your Brain, जिनके रोज़ाना इस्तेमाल से आप अपनी बुद्धि का विकास और अपने दिमाग को तेज़ कर सकते है। लोग अक्सर इसी सोच में डूबे रहते हैं की दिमाग तेज़ करने के लिए अखरोट या बादाम, इनमे से क्या खाये जिससे हमारा दिमाग तेज़ चले और यादास्त की दुरुस्त रहे। 

हमारा शरीर एक बड़ी सी घुमाव-फिराव वाले (पेचीदा) मशीन की तरह काम करता है, जिसमे ना जाने कितने सारे प्रोसेसर्स एक साथ काम कर रहे होते है। ये सारे प्रोसेसर्स एक दूसरे पर निर्भर भी रहते है, कही किसी एक में भी कोई गड़बड़ हुई और पूरा का पूरा सर्किट ख़राब हो जाता है।

मान लीजिये, अगर आपको लगे की आपकी आंखें ख़राब हो रही है तो आप अपने आँखों का इलाज करवाने जायेंगे जबकि ऐसा हो सकता है की खराबी कही और ही हो। हो सकता है की आपके दिमाग की वो ज्ञानेंद्री (sensor), जो आपकी नज़रों के लिए जिम्मेदार है उसमे कोई खराबी हो गई हो।

मूल रूप से हमारे शरीर के सभी तार (circuits) दिमाग में जाकर जुड़ते है। एक तरह से दिमाग हमारा पावर हाउस है जिसके अंदर बहुत सारे छोटे छोटे न्यूरॉन्स होते है और ये न्यूरॉन्स आपस में जुड़ कर सर्किट्स बनाते है।

हम सबका दिमाग आकर में एक अन्नानास के बराबर होता है, वज़न में एक टोस्टर जितना यानि लगभग 1 किलो और देखने में अखरोट के जैसा लगता है। दिमाग ही है जिसके कारण हम देख, सुन, चल फिर और सोच सकते है। हमारी सारी यादें, उम्मीदें, ख़्वाहिशें इत्यादि सब इसी दिमाग के अंदर छुपी होती है।

दिमाग हमारे शरीर के भार का बस 2% हिस्सा ही होता है इसके बावजूद ये हमारे शरीर की 20% ऊर्जा का इस्तेमाल करता है। न्यूरॉन्स नामक कोशिकाओं को इस ऊर्जा की जरुरत पड़ती है। दिमाग में करीब 86 अरब न्यूरॉन्स होते है, यानि करीब उतने ही जितने आकाश गंगा में सितारे है।

न्यूरॉन्स एक दूसरे के साथ संपर्क में रहते है। इस संपर्क को बनाये रखने में सबसे ज्यादा ऊर्जा इस्तेमाल की जाती है। न्यूरो ट्रांसमीटर की मदद से एक न्यूरॉन से दूसरे न्यूरॉन में विद्युतीय संकेत (Electric Signal) जाते है, यानि दिमाग के अंदर एक पूरा सर्किट बना होता है। कुल मिला कर कह सकते है की हमारे दिमाग का हाल फेसबुक के server जैसा ही है।

हमारे दिमाग के सर्किट्स में कुल मिला कर 1 हज़ार अरब संपर्क/जोड़ (connections) होते है। इनमे से किसी एक भी संपर्क में गड़बड़ी हुई तो पूरी की पूरी शारीरिक प्रणाली में गड़बड़ी हो सकती है।

दिमाग के अलग अलग हिस्सों के पास अलग अलग तरह का काम होता है। साँस और दिल की धड़कनों के लिए मस्तिष्क स्तंभ (brainstem) उत्तरदायी है। अनुमस्तिष्क (cerebellum) मोटर कार्यों, समन्वय और संतुलन दोनों को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है। हमारी भावनाएं और हार्मोन को विनियमित करना इत्यादि कार्य उपवल्कुटीय तंत्र (limbic system) करती है।

हमारी पुराणी यादें हिप्पोकैम्पस (Hippocampus) में रहती है। हमारे दिमाग का सबसे बड़ा हिस्सा प्रमस्तिष्क/ भेजा (cerebrum) होता है। हमारे देखने, सुनने, चलने, बोलने, ज्ञान, बुद्धि, तर्कशक्ति, स्मरण, विचार निर्णय आदि का नियंत्रण एवं नियमन की क्षमता यहीं से निर्धारित होती है और तो और हमारा व्यक्तित्व (personality) कैसा होगा इसका निर्धारण भी यही से होता है।

दिमाग के ये सारे हिस्से एक दूसरे को सन्देश कैसे देते है ये समझ पाना बहुत की मुश्किल काम है, जैसे किसी बातचीत को समझने के लिए दिमाग को पहले आवाज ठीक से सुननी होगी, फिर ये समझना होगा की ये आवाज दरअसल शब्द है और फिर उन्हें जोड़ कर पूरी बात समझ आएगी।

हम किसी बात पर कैसी प्रतिक्रिया देते है ये चीज इस बात पर निर्भर करती है की हमारे दिमाग में किस तरह की यादें, किस तरह के अनुभव और किस तरह के वाक्य कैद है। उसी हिसाब से दिमाग शब्द चुनता है और हमारे मुँह से कोई अच्छी या बुरी बात निकलती है।

शरीर के इस सबसे जरुरी हिस्से पर खूब सारे शोध (research) हुए है पर सच तो ये है की आज तक कोई इसे पूरी तरह से समझ नहीं पाया है। विज्ञान पूरी तरह से इस कोशिश में लगा है की दिमाग कुछ भी सोचे और कंप्यूटर उसे शब्दों में बदल दे, लेकिन ऐसा होगा कब, ये तो पता नहीं। 

फ़िलहाल जानते है उन तीन सुपर फूड्स के बारे में जिनसे हमारा दिमाग काफी तेज़ चलता है। यह सुपर फूड्स पढाई में बच्चों का दिमाग तेज़ करने (Padhai me Dimag tez Kaise करे) के लिए भी उपयोगी है। 

 

दिमाग तेज़ करने के लिए फायदेमंद तीन बेहतरीन खाद्य पदार्थ Three Super Foods to Boost your Brain

इस सूचि में पहला नाम है ब्लूबेरी (blue berry), बेरीज में फ्लेवोनॉयड्स (Flavonoids) नामक रसायन होते है। ये सूजन और जलन (inflammation) को रोकने का काम करते है और दिमाग को बचाते तथा तेज़ बनाते है।

एक शोध में 26 लोगों को 12 हफ़्तों तक हर रोज़ ब्लूबेरी का जूस दिया गया, 12 हफ़्तों बाद इनके दिमाग में खून ज्यादा तेज़ी से दौड़ रहा था खासकर उन हिस्सों में जो हमें बुद्धिमान बनाता है।

ऐसा इसलिए क्यूंकि निले या बैगनी रंग के कई फलों में कुछ ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते है जो सेहत के लिए काफी अच्छे होते है और जो दिमाग को बूढ़ा होने से रोकते है।

दूसरे नंबर पर है हरी सब्जियां (ग्रीन Vegetables) खास कर पत्ते और सलाद, आप में से ज्यादातर लोगों को लगता है की हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद खा कर सिर्फ वजन कम किया जा सकता है तो ऐसा सोचना बिलकुल गलत है क्यूंकि इन्हे खाने के बाद क्रिस्टलाइज़्ड इंटेलिजेंस (crystallized intelligence) में बढ़ोत्तरी होती है।

क्रिस्टलाइज़्ड इंटेलिजेंस यानि अपनी जिंदगी में हमने जितना ज्ञान इक्कट्ठा किया है उसे सही ढंग से इस्तेमाल करने की क्षमता। जैसे जैसे उम्र बढ़ती है वैसे वैसे हमारी ये क्षमता कम होती जाती है, लेकिन कुछ लोग जो इन सब का सेवन करते है वो उम्र बढ़ने के साथ और भी ज्यादा बुद्धिमान होते जाते है।

तीसरे नंबर पर है चॉकलेट्स लेकिन समान्य नहीं डार्क चॉकलेट्स (Dark Chocolates), एक शोध में लोगो को 8 दिनों तक डार्क चॉकलेट्स खिलाई गई, इसमें 70% कोको थी और सिर्फ 30% चीनी दूध या मक्खन इत्यादि। आम चॉकलेट्स में सिर्फ 30% ही कोको होता है।

इस शोध में हिस्सा लेने वाले लोगों के 177 जीन्स में बदलाव देखे गए। इन लोगो की इन्द्रियां बेहतर ढंग से काम कर रही थी।

डार्क चॉकलेट्स में भी फ्लेवोनॉयड्स (Flavonoids) नामक रसायन होते है जिनकी मदद से खून दिमाग के उन हिस्सों में भी ठीक से पहुँच पता है जहाँ पर आम तौर पर पहुंच पाना आसान नहीं है। कुल मिला कर डार्क चॉकलेट्स खाने से मनोदशा (Mood) भी अच्छी होती है और यादास्त भी दुरुस्त होती है।

लेकिन इन सब चीजों का असर तभी होगा जब आप इन्हे नियमित रूप से अपने खान-पान में शामिल करें। इसलिए जितना हो सके फल और सब्जियां खाएं, फिर देखिये आपका दिमाग कैसे तेज़ी से दौड़ता है।

आप लोगों के मन में ये सवाल जरूर आया होगा की इन तीन सुपर फूड्स में कही भी अखरोट और बादाम का नाम क्यों नहीं आया, इसके बारे में मैं अपने अगले ब्लॉग में जरूर बताउंगी।

फ़िलहाल ये भी जान लेते है की दिमाग के लिए तीन सबसे बुरी चीज कौनसी है?

इसमें सबसे पहले नंबर पर है चीनी, दूसरी है मैदा या किसी भी तरह का रिफाइंड या प्रोसेस्ड फ़ूड और तीसरा डीप फ़्राईड खाना, जैसे जलेबी, मालपुआ, बालूशाही, समोसा, पिज़्ज़ा, बर्गर इत्यादि।

यानि हर वो चीज जिसे देख कर जीभ लपलपाती है वो हमारे दिमाग को कमज़ोर बनाती है, इसलिए अच्छा, साफ और सेहतमंद खाना खाइये और शरीर तथा दिमाग दोनों को स्वस्थ बनाइये।

 

माता पिता सोचते रहते है की अपने बच्चे का दिमाग तेज़ कैसे करे इसलिए आजकल किसी बड़े या बच्चों का दिमाग तेज करने की दवा भी बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन मेरी सलाह रहती है आयुर्वेदिक दवाओं की इसके लिए आप मेधावटी टेबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह हर्बल है आयुर्वेदिक है और इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते।

उम्मीद करती हूँ मेरा आज का ब्लॉग दिमाग तेज़ करने के लिए फायदेमंद तीन बेहतरीन खाद्य पदार्थ (Cachchon ka dimag tez karne ke gharelu upay) आपको जरूर पसंद आया होगा और आपको Dimag Tez kaise kare का जवाब भी मिल गया होगा। 

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