मासिक धर्म के दौरान सम्भोग सुरक्षित है या असुरक्षित – Is It Safe to Have Sex During Menstruation
आज के पोस्ट में मैं आपको बताने वाली हूँ की मासिक धर्म के दौरान सम्भोग सुरक्षित है या असुरक्षित – Is It Safe to Have Sex During Menstruation. साथ में हम यह भी जानेंगे की पीरियड्स/मासिक धर्म या मेंस्ट्रुएशन क्या होता है और मासिक धर्म (Periods) के दौरान हमारे शरीर में क्या क्या होता है?
आपमें से कइयों के मन में पीरियड्स को ले कर बहुत सी गलत धारणाएं है और अक्सर लोगों के मन में सवाल आ ही जाता है की पीरियड्स के दौरान Sex करना चाहिए या नहीं? क्या मासिक धर्म के दौरान सेक्स करना सुरक्षित है? क्या पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से लड़की प्रेग्नेंट हो सकती है? इत्यादि।
भारतीय समाज और घरों में जैसे ही किसी की शादी होती है वैसे ही बड़े बुजुर्ग कहना शुरू कर देते है, जल्दी से ख़ुशख़बरी सुना दो, ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए नहीं तो बाद में दिक्कत होती है, बच्चा जल्दी कर लेना चाहिए, बच्चा हो जाता तो थोड़ा घर में रौनक आ जाती, शादी को इतने महीने हो गए अब तो ख़ुशख़बरी सुना दो, सबके घर में बच्चा हो गया पता नहीं मेरे घर में कब होगा, वगैरह वगैरह।
अगर आप शादी शुदा है और मेरे इस ब्लॉग को पढ़ रहे है, चाहे पुरुष हो या महिला सबको कभी ना कभी ऐसा सुनने को मिला होगा या मिलता होगा। तो आइये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं की क्या पीरियड्स के समय सैक्स करने से प्रेगनेंसी हो सकती है? पीरियड के समय सम्बन्ध बनाना सही है या गलत (period me sex right or wrong) और क्या पीरियड सेक्स अनहाइजीनिक है (is period sex unhygienic)।
शादी करते ही सब यही बोलने लगने है की बच्चा कर लो। बच्चा कर लो वाली बात कहना कितना आसान होता है ना? और हो भी क्यों नहीं, बच्चे तो सबको प्यारे होते है, इसलिए बच्चा कर लो वाली बात भी बड़ी प्यारी लगती है।
लेकिन बच्चा करने के लिए जो करना होता है उसका नाम लेने में हमे कितनी शर्म आती है, और बच्चा पैदा करने के लिए कुदरत ने हम औरतों के शरीर में जो एक साधारण सा चक्र (Cycle) बनाया है उसका नाम लेते हुए तो ऐसी शर्म आती है की बस पूछिए ही मत।
लेकिन हमे तो बात करनी पड़ेगी क्यूंकि हम तो यहां पर जानकारियां देने के लिए ही है और जानकारी देने के लिए बेशर्म तो बनना ही पड़ेगा। तो चलिए आगे बात करते है मासिक धर्म और सेक्स (Menstruation and Sex) के बारे में।
क्या पीरियड्स में सेक्स कर सकते हैं : Can We have Sex During Periods
मासिक धर्म के दौरान सम्भोग सुरक्षित है या असुरक्षित – Is It Safe to Have Sex During Menstruation
महिलाएं अपनी मासिक धर्म के दौरान सम्भोग कर सकती है (periods me sex), कई महिलाओं को तो मासिक धर्म के दौरान सम्भोग में ज्यादा आनंद आता है। लेकिन अगर ऐसा बिना सावधानी बरते किया तो महिलाएं गर्भवती हो सकती है क्यूंकि मासिक धर्म में गर्भधारण हो सकता है(periods ke dauran pregnancy)।
हो सकता है अंडाशय (Ovary) में नया अंडा बन चूका हो और मासिक धर्म के दौरान बह रहा खून आपको इस संक्रमण से नहीं बचा सकता। मतलब अगर मासिक धर्म के दौरान वीर्य, नए बने हुए अंडे से मिल जाता है तो महिलाएं गर्भवती हो सकती है (sex during period pregnancy)।
तो आज खुल कर बात करते है मासिक चक्र यानि पीरियड्स के बारे में। आप एक बार सोच के देखिये जो चीज हर महीने होती है उसके बारे में बात करने में हम इतना क्यों शरमाते हैं। इस बारे में बात करने में हमे इतनी झिझक होती है की हम खुलेआम इसका नाम तक ठीक से नहीं ले पाते। आखिर है तो यह एक प्राकृतिक चीज और जरुरी भी है फिर हम इसपर बात करने में इतना शर्माते क्यों हैं।
क्या होता है पीरियड्स / मासिक धर्म या मेंस्ट्रुएशन (What is Periods or Menstruation)
हर महिला के शरीर में दो अंडाशय (Ovary) होते है, जो महिलाओं की प्रजनन प्रणाली का हिस्सा होती है। यह गर्भाशय के दोनों तरफ निचले पेट में स्थित होती है। अंडाशय का मुख्य कार्य अंडे, एस्ट्रोजन एवं प्रोजेस्ट्रोन नामक हॉर्मोन्स का उत्पादन करना है।
अंडाशय का आकर (Size) महिलाओं की उम्र के साथ बदलता रहता है। मासिक चक्र के दौरान भी अंडाशय (Ovary) का आकर बदलता है।
हर महीने महिलाओं के दोनों अंडाशयों में से किसी एक अंडाशय में एक अंडा परिपक्व (Mature) होता है और युटरीन ट्यूब यानि गर्भाशय नली के रास्ते निचे यानि गर्भाशय (Uterus) में आने लगता है।
यही अगर इसे शुक्राणु (Sperm) मिल जाता है तो ये निषेचित (Fertilize) हो जाता है। इसी दौरान गर्भाशय गर्भावस्था (Pregnency) की तैयारी में लग जाती है। निषेचित (Fertilized) हुए अंडे का स्वागत करने के लिए गर्भाशय मुलायम कोशिकाएं बनाने लगती है, ताकि पूरी गर्भावस्था के दौरान सब कुछ ठीक रहे।
लेकिन जब अंडे को शुक्राणु (Sperm) नहीं मिलता तो यहाँ इन कोशिकाओं की कोई जरुरत नहीं रहती। इसलिए इन कोशिकाओं और वो अंडा जो निषेचित नहीं हुआ, उन्हें शरीर से बहार निकलना पड़ता है। यही है हर महीने होने वाली खून का बहाव (Bleeding), और ये हमे जितना लगता है दरअसल उससे काफी कम होता है, सिर्फ 50 से 60 मिलीलीटर।
कुछ महिलाओं को इस दौरान बहुत दर्द होता है, कमजोरी भी महसूस होती है। लेकिन अगर आप खुद को कमजोर और बीमार महसूस नहीं कर रहीं है तो आप सब कुछ कर सकती है। जैसे पढाई, दोस्तों से मुलाकातें, ऑफिस और घर के काम, जॉगिंग, टहलना, घूमना, सिनेमा इत्यादि। और तो और आप सम्भोग (Sex) भी कर सकती है।
मासिक धर्म के दौरान सेक्स (Sex During Periods) – पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से क्या होता है
जब हम मासिक धर्म (Periods) के बारे में बात नहीं करेंगे, इसके बारे में सही जानकरी नहीं रखेंगे तो हमे जो बात इधर – उधर से पता लगती है उस पर ही यकीन करने लगते है। जैसे की बहुत से लोगों का मानना है की मासिक धर्म के दौरान जो खून हमारे शरीर से निकलता है वो गन्दा होता है। उससे कई तरह की बीमारियाँ फैलती है। कुछ लोगों का तो यहाँ तक मानना है की अगर कोई पुरुष महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान उनेक साथ सम्भोग करता है तो वो नपुंशक हो जाता है।
आपक यह बताते चले की यह सोच एकदम गलत और बेबुनियाद है। लेकिन हाँ अगर बिना सुरक्षा यानि बिना कॉन्डोम के इस्तेमाल के अगर कोई पुरुष मासिक धर्म के दौरान सम्भोग (Sex) करता है तो उसे संक्रमण (Infection) जरूर हो सकता है, और ये संक्रमण बिना मासिक धर्म के भी मुमकिन है।
अगर हमारे शरीर का कोई भी अंग थोड़ा कट जाये और उस जगह से जो खून निकलने लगता है उस खून से मासिक धर्म का खून अलग होता है। ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि जब कट लगता है तो सिर्फ खून बहता है पर मासिक चक्र के खून में वो मुलायम कोशिकाएं और बिना निषेचित अंडा होता है। यही कारण है की साधारण खून और मासिक धर्म का खून अलग होता है जिससे संक्रमण हो सकता है।
लेकिन ये खून गन्दा बिलकुल नहीं होता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है इसमें शर्मिंदगी या शर्माने वाली तो कोई भी बात नहीं है। तो क्या वजह है जो हम सैनेटरी पैड को काली पॉलीथिन में छुपा कर ले जाते है। हमारे पेट में, कमर और टांगों में इतना दर्द होता है लेकिन घरवालों और बाकि सब से भी इसे छिपाते फिरते है।
मासिक धर्म के दौरान हमारे शरीर में क्या क्या होता है – What happens in our body during Menstruation
क्या आपको जरा भी अंदाज़ा है की मासिक धर्म (Periods) के दौरान हमारे शरीर में क्या सब चल रहा होता है? आखिर क्यों मासिक धर्म के दौरान लड़कियों और महिलाओं को इतनी सारी परेशानियां होती है? पीरियड्स में दर्द क्यों होता है? पीरियड्स में cramps क्यों आते है? तो चलिए आज मैं आपको यह भी बता देती हूँ की आखिर पीरियड्स के दौरान हमारे शरीर में क्या क्या होता है।
पीरियड्स के दौरान कई तरीके के हॉर्मोन्स ऊपर निचे हो रहे होते है। यूँ समझ लीजिये की ये सब आपस में एक खेल खेल रहे होते है। इन सब हॉर्मोन्स में से चार की भूमिका अहम् होती है – एस्ट्रोजन (Estrogen), प्रोजेस्टेरोन (Progesterone), डेस्ट्रोजन (Destrogen), ल्यूटीनाइज़िन्ग हार्मोन -एलएच (Luteinizing Hormone-LH) और फॉलिकल-स्टिम्युलेटिंग हार्मोन-FSH (Follicle Stimulating Hormone-FSH)।
ओवुलेशन के ठीक पहले यानि जब अंडा अंडाशय(Ovary) को छोड़कर गर्भाशय (Uterus) में जाता है उस समय एस्ट्रोजन की मात्रा तेजी बढ़ जाती है। एस्ट्रोजन के कारण ही गर्भाशय में नयी कोशिकाएं (Tissues) बनती है। इस समय शरीर में इस हॉर्मोन के बढ़ने से हम अचानक खुद को काफी ऊर्जावान (Energetic) महसूस करने लगते है।
अंडे के अंडाशय से निकलने के बाद प्रोजेस्टेरोन की मात्रा बढ़ती है। प्रोजेस्टेरोन ये सुनिश्चित करता है की गर्भाशय में जो कोशिकाएं बनी है वो सुरक्षित रहे। उस दौरान वो एस्ट्रोजन से लड़ भी रहा होता है की अब और कोशिकाएं बनाना बंद करो नहीं तो वो कैंसर में तब्दील हो जायेंगी।
एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ते देख ल्यूटीनाइज़िन्ग हार्मोन (LH) भी सक्रीय हो जाता है। एक तरह से LH ही अंडे को धक्का देता है ताकि वो अंडाशय से निकलकर गर्भाशय में पहुंच सके।
फिर आती है फॉलिकल-स्टिम्युलेटिंग हार्मोन (FSH) की बारी। FSH तय करता है की जैसे ही अंडा अंडाशय से बहार निकल गया है, तो वो नया अंडा बनाने का काम शुरू कर देता है। यानि नए चक्र (Cycle) की शुरुआत हो जाती है। ऐसे में एस्ट्रोजन की मात्रा फिर बढ़ने लगती है और गर्भाशय में कोशिकाएं भी ज्यादा बनने लगती है।
सोचिये जब शरीर में इतना कुछ चल रहा होता है तो उस समय बिचारे दिमाग का क्या हाल होता होगा। हॉर्मोन्स के इस उतर चढाव के कारण कई महिलाओं को प्रागार्तव यानि प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Premenstrual सिंड्रोम-PMS) का सामना करना पड़ता है।
प्रागार्तव यानि प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम एक ऐसी समस्या हैं जों महिलाओं को हर महीने मासिक धर्म शुरू होने से कुछ दिन पहले प्रभावित करती हैं। इसके दौरान महिलाओं को शारीरिक और भावनात्मक कमजोरी महसूस होती है।
मासिक धर्म आने के पहले पेट में दर्द, पेट में ऐंठन, कमर दर्द, स्तनों में दर्द, स्तनों में सूजन, चेहरे पर मुहांसे आदि लक्षण महिला को प्रभावित करते है। कुछ महिलाओं को तो रोने का मन करता है, तो कुछ को चिड़चिड़ापन महसूस होता है।
तो अगली बार जब आपको पीरियड्स हो तो अपने शरीर को शुक्रिया कहिये। खुद को बताइये की All is Well, It’s Ok ! वैसे पीरियड्स के दौरान पेट का फूलना और गैस बनना बहुत ही आम बात है। इतना ही नहीं कई महिलाओं का तो इस दौरान पेट ही ख़राब रहता है। इन सबके बावजूद महिलायें घर का सारा काम करती है, दफ्तर जाती है वहाँ का काम संभालती है, बच्चे संभालती है और भी बहुत कुछ कर लेती है।
यह भी पढ़ें :
शुक्राणुओं का अंडे तक का सफर – एक नए जीवन की शुरुआत (Journey of Sperms to Egg – Start of A New Life)
ओवुलेशन क्या है और ओवुलेशन कब होता है – What is Ovulation and when does Ovulation happen
सामान्य प्रसव के बाद टांके क्यों लगाए जाते हैं – Why Stitches Are Used After Normal Delivery
क्या होता अगर महिलाओं की जगह पुरुषों को पीरियड्स होते
क्या आपने कभी सोचा है की अगर औरतों की जगह आदमियों को पीरियड्स होते तो क्या होता? तब यक़ीनन दफ्तरों में छुट्टियां मिला करती। क्यूंकि हमारे देश में ज्यादातर कानून आदमियों के बनाये हुए है। उन्हें इस बात का एहसास ही नहीं है की औरतें किन किन परेशानियों से गुज़रती है। और आदमियों को ये एहसास इसलिए नहीं है क्यूंकि हम औरतें इस पर खुल के बात ही नहीं करती है।
क्या आपको पता है, इंडोनेशिया और ताइबान इस मामले में एक मिसाल है क्यूंकि इंडोनेशिया में औरतों को पीरियड्स के लिए हर महीने दो दिन और ताइबान में तीन दिन की छुट्टी मिलती है। क्यूंकि वहां इन मामलों पर खुल के बात होती है। औरतें अपनी परेशानियाँ खुल के शेयर करती है और बाकि सब जगह औरतें इसे छिपाती फिरती है, इस बारे में खुल कर कोई बात ही नहीं करती है।
माना की हमारा देश पुरुष प्रधान देश है, यहाँ सिर्फ आदमियों की चलती है। पर हम औरतें आखिर कब तक सहें? तो मेरा आप महिलाओं से निवेदन है की पीरियड्स और इसमें होने वाली परेशानियों को छुपाइये मत बल्कि इस पर खुल कर बात कीजिये और अपनी परेशानिओं का एहसास इन मर्दों को दिलाइये।
अगर आप एक पुरुष है और मेरा ये ब्लॉग पढ़ रहे है तो आप अपनी पार्टनर को ये एहसास दिलाइये की वो हर महीने कितनी बहादुरी का काम करती है। हर महीने में से कम से कम चार दिन तो आप उनका ज्यादा ख्याल रख ही सकते है।
तो यह थी मेरी आज की पोस्ट मासिक धर्म के दौरान सम्भोग सुरक्षित है या असुरक्षित – Is It Safe to Have Sex During Menstruation. उम्मीद करती हूँ आपको आज की पोस्ट पसंद आई होगी और आपको अच्छे से समाज आ गया होगा की पीरियड्स में सेक्स कर सकते हैं या नहीं और पीरियड्स के दौरान सेक्स करना सुरक्षित है या नहीं (sex during periods is safe or not)।
आज की पोस्ट मासिक धर्म के दौरान सम्भोग सुरक्षित है या असुरक्षित आपको कैसी लगी है इसके बारे में मुझे कमेंट करके जरूर बातएं और अगर इस पोस्ट से जुड़े आपके कोई सुझाव है तो वो भी आप मुझे कमेंट करके बता सकते हैं। इस पोस्ट को शेयर करना ना भूलें ताकि ऐसी जानकारियां औरों तक भी पहुंचे और उनके पास भी पीरियड्स और पीरियड्स में सेक्स से जुड़ी (masik dharm me sex) सही जानकरी हो।